शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है. एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ प्रगट उदधि https://shivchalisas.com