कवि की करुण पुकार – आचार्य डॉ अजय दीक्षित “अजय” स्नानादि से निवृत्त होने के बाद हनुमानजी के मंदिर जाकर उनसे जाने-अनजाने किए गए पापों की क्षमा मांग लें, तुरंत ही संकटों से मुक्ति मिलना शुरू हो जाएगी। The seem waves contained from the phrases which compose the mantras can https://bamboo-directory.com/listings589853/top-free-upay-and-totke-secrets